काकोरी ट्रेन एक्शन के क्रांतिकारियों की दी गयी श्रद्धांजलि
शहीद की पौत्री ने कहा सुल्तानपुर मेरी जन्मस्थली
सुल्तानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स। शहीद स्मारक सेवा समिति के तत्वाधान में आज नगर के पंडित रामनरेश त्रिपाठी सभागार में 40 वां वार्षिकोत्सव समारोह संपन्न हुआ ।शहीद राम प्रसाद बिस्मिल के साथियों शहीद अशफाक उल्ला खान ,शहीद राजेंद्र लाहिड़ी व शहीद रोशन सिंह की प्रतिमा को नमन कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। क्रांतिकारी बाबा सचिंद्रनाथ बक्शी की पौत्री मीता बक्शी ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि सुल्तानपुर उनकी जन्मस्थली है, वह नगर के केश कुमारी विद्यालय में पढ़ाई करती थीं। उन्होंने मंच से सुल्तानपुर की माटी को नमन कर कहा कि उनके बाबा क्रांतिकारी सचिंद्रनाथ बक्शी को जो सम्मान उन्होंने जनपद वासियों ने दिया, वह उसे कभी नहीं भूलेंगी। उन्होंने संस्था के अध्यक्ष करतार केशव यादव का धन्यवाद दिया और कहा कि हथियानाला में बना हुआ शव यात्री कक्ष हमेशा उनकी याद दिलाता रहेगा ।बताते चले की 23 नवंबर 1984 में क्रांतिकारी सचिन्द्रनाथ बख्शी की सुल्तानपुर जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। वह तकरीबन 20 दिन जिंदगी और मौत से जूझते रहे ।पैर में चोट लगने के बावजूद वह उपस्थित हुई थी। समाजसेवी करतार केशव यादव ने कहा कि मुख्य अतिथि मीना बक्शी के पिता राजेंद्र नाथ बक्शी जलकल विभाग में अधिशाषी अभियंता रहे। वर्तमान में वह राजाजीपुरम लखनऊ में परिवार रह रहा है ।कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में मुख्य विकास अधिकारी अंकुश कौशिक ने शहीदों का नाम लेकर जिंदाबाद के नारे लगाए।