सुल्तानपुर में या हुसैन की सदाओं के साथ निकला दसवीं मोहर्रम यौमे आशूरा का जुलूस
सुल्तानपुर। या हुसैन हक हुसैन की सदाओं के साथ दसवीं मोहर्रम का जुलूस अज़ादार हुसैनडॉक्टर नय्यर रजा ज़ैदी हाजी मुजाहिद अकबर कल्बे हसन जियाउल हसनैन आदि की सरपरस्ती में नगर के खैराबाद के बेगम हुसैन अकबर इमाम बारगाह से बरामद हुआ। दसवीं मोहर्रम हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के शहादत दिवस के रुप में मनाया जाता है। 10 मोहर्रम सन 61 हिजरी को हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने 72 कुर्बानियां पेश की थी सबसे आखिर में खुद इमाम हुसैन कुर्बान होने के लिए आगे आए । जब मैदान-ए-जंग के लिए रवाना हुए तो आपकी जुदाई में खेमों के अंदर मौजूद औरतों और बच्चों में कोहराम मच गया ।हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने सबको तसल्ली दी और तीन दिन भूखा प्यासा रहकर यज़ीदियों से जंग किया लेकिन अंत में धोखे से खंजर से गला काटकर आपको शहीद कर दिया।शहादत को याद रखने के लिए हर साल मुहर्रम मनाया जाता है ।सुल्तानपुर नगर में जुलूस अन्नू चौराहा बाधमंडी दरियापुर तिराहा से होते हुए घासीगंज कर्बला में शाम को इख्तेताम पज़ीर हुआ। इमाम हुसैन को चाहने वालों ने बाधमंडी चौराहे पर नोहा ख्वानी,मातम जनी , सीना जनी और जंजीर का मातम भी किया। इस मौके पर हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल भी देखने को मिली। जुलूस में शामिल होने के लिए वरिष्ठ समाज सेवी सरदार बलदेव सिंह अपराध निरोधक समिति के अमर बहादुर सिंह जेल विजिटर मोहम्मद इलियास खान वरिष्ठ समाजसेवी निसार अहमद उर्फ गुड्डू अलीमुद्दीन उर्फ बचन्नू जलील अहमद समाज सेवी अश्वनी कुमार आशीष अग्रवाल एडवोकेट पत्रकार आसिफ अंसारी अफ्तार अहमद आदि मौजूद रहे।