मानव कल्याण के लिए सत्संग से बढ़कर दूसरा साधन नहीं
पत्रकार संतोष पाण्डेय के ग्रामीण आवास पर मीडिया बंधुओं की रही उपस्थित
धनपतगंज, न्यू गीतांजलि टाइम्स। जगदेव प्रसाद पांडे के यहां चल रही।श्रीमद्भागवत के तृतीय दिवस की कथा में वृंदावन धाम से पधारे पूज्य बाल व्यास मधुर जी महराज ने बताया संक्रन्मनः कृष्ण पदा रविन्दयोह। भगवान के नाम की महिमा के बारे में बताया कि अंत समय एक बार राम का नाम आ जाएं तो जीव को भगवद धाम की प्राप्ति हो जाती है। परंतु ये काम बहुत कठिन है। क्योंकि जनम -२ मुनि जतन कराही, अंतराम कहि आवत नाहीं, बड़े बड़े संत जीवन पर्यंत भगवान के नाम का जप करते रहते हैं फिर भी उनकी जिह्वा से अंत समय भगवान का नाम नहीं निकलता तो साधरण जीव की बात ही क्या है। किंतु जब निरंतर अभ्यास से कठिन परिश्रम से सफलता मिलती है तो भगवान के नाम के जप से सभी समस्याओं का समाधान हो जाता है और जो मनुष्य निरंतर प्रभु के नाम का जप करने की आदत बना ले और उनकी भक्ति में संलग्न रहता है तो अंतिम समय में भगवान का नाम स्वयंतः ही आ जाता है। तृतीय दिवस की कथा में भरत चरित्र, प्रह्लाद चरित्र का श्रवण किया गया। श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के तृतीय दिवस की कथा में पूज्य बाल व्यास मधुर जी महराज का कथा पूर्व मुख्य यजमान पूर्व प्राचार्य पंडित जगदेव प्रसाद पाण्डेय शास्त्री परिवार द्वारा भव्य स्वागत सत्कार किया गया। कथा में पूर्व प्रवक्ता राम मिलन शुक्ल, शिक्षक राम अवसान द्विवेदी, बिंद्रा प्रसाद शुक्ल,स्वामी नाथ मिश्रा, पूर्व राजस्व निरीक्षक देवी प्रसाद तिवारी, पूर्व कानूनगो सूर्य नारायण तिवारी, पूर्व थानाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद पाण्डेय, न्यू गीतांजलि टाइम्स सुल्तानपुर के मान्यता प्राप्त पत्रकार उमेश तिवारी, विशेष संवाददाता पंकज तिवारी, जितेंद्र मिश्र मान्यता प्राप्त पत्रकार, दिनेश तिवारी संपादक, प्रदीप यादव, वरुण सिंह, अंजनी पाण्डेय, विवेक तिवारी, राम कुमार पाठक , बैकुंठ तिवारी,के के शुक्ला सहित सैकड़ों कथा भक्त पाण्डेय परिवार के साथ कथा श्रवण किए ।