राजनीति विज्ञान विभाग मे अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विभागीय सेमिनार आयोजित
सुल्तानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स। केएनआईपीएसएस के राजनीति विज्ञान विभाग में दिन शनिवार को एक विभागीय सेमिनार आयोजित हुआ। यह सेमिनार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया। सेमिनार मे परास्नातक चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र दीपक कुमार ने पश्चिमी देशों से शुरू हुए महिला आंदोलन की चर्चा करते हुए कहा कि आधुनिक इतिहास इस बात का साक्षी है कि पश्चिम में स्त्रियों के सामाजिक और आर्थिक जीवन की कठिन और अमानवीय परिस्थितियों ने आज के दिन को ऐतिहासिक बना दिया l इसी क्रम मे आकाश श्रीवास्तव ने भारतीय परिप्रेक्ष्य में स्त्रियों की दशा एवं दिशा पर अपने विचार रखे l इस अवसर पर बी.ए. छठें सेमेस्टर की छात्रा मंजू शर्मा ने कहा कि भारत में संविधान लागू होने के बाद से अब तक महिलाओं की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है किन्तु अभी भी बहुत कुछ किया जाना शेष है l आज स्त्रियों की मांग ये है कि उन्हें सामाजिक राजनीतिक एवं आर्थिक जीवन में सामान्य व्यक्ति के नजरिए से देखा जाना चाहिए l स्त्रियों की अस्मिता की सुरक्षा के लिए समाज लैंगिक भेद-भाव की मानसिकता से जब तक बाहर नहीं आयेगा तब तक स्त्रियों के विरुद्ध अत्याचार नहीं रुकेगा l एम ए द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा सुरुचि सुदर्शन ने कहा कि यह दिन समाज में महिलाओं की उपलब्धियों संघर्षों और उनके योगदान के लिए समर्पित है l महिलाएं न केवल परिवार की रीढ़ होती हैं बल्कि वे देश समाज एवं विश्व के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इस मौके पर प्राध्यापक डॉ जितेन्द्र कुमार सिंह ने महिलाओं को समर्पित एक दिन के स्थान पर प्रत्येक दिन को महिलाओं की रचनात्मकता कलात्मकता और सृजनात्मकता को देने की बात रखी l उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहास और समाज मानवीय जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में असंख्य ज्ञात-अज्ञात महिलाओं के त्याग एवं बलिदान से भरा हुआ है l पन्ना धाय वीर माता जीजा बाई अहिल्या बाई होल्कर सावित्री बाई फुले कस्तूरबा गांधी सरोजिनी नायडू इंदिरा गांधी कल्पना चावला सुनीता विलियम्स व अरुणिमा सिन्हा आदि अनगिनत महिलाओं के नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित हैंl कार्यक्रम को आयोजित करने में डॉ अनुराग पांडे एवं डॉ अजित कुमार सिंह ने सहयोग किया। अंत मे विभाग की अध्यक्षा श्रीमती रंजना सिंह ने विभागीय सहयोगियों एवं छात्र-छात्राओं का आभार व्यक्त किया l