जन समस्याओं को लेकर किसानों का विरोध, 23 जुलाई से अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी
सुल्तानपुर। तहसील परिसर में शुक्रवार को उस समय हंगामेदार स्थिति बन गई जब किसानों की समस्याओं को लेकर पहुंचे संगठन के पदाधिकारियों से ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने पहले ज्ञापन लेने से इंकार कर दिया। इससे नाराज होकर किसान संगठन से जुड़े लोग करीब आधे घंटे तक तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए एवं जिलाधिकारी सुल्तानपुर को उक्त प्रकरण से अवगत कराया और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन के विषय में भी बताया इसके बाद।
में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्री लम्भुआ स्वयं धरनास्थल पर पहुंचे और ज्ञापन स्वीकार किया। ज्ञापन में संगठन ने स्पष्ट आरोप लगाए कि लंबे समय से जनसमस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है और संगठन के पदाधिकारियों को निशाना बनाकर दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है।
किसान संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि 22 जुलाई 2025 तक समस्याओं का समाधान नहीं होता और दमनात्मक कार्रवाई के लिए जिम्मेदार अधिकारी के विरुद्ध कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता, तो संगठन के पांच प्रमुख पदाधिकारी अन्न-जल त्यागकर तहसील परिसर स्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर दिनांक 23.7.2025 से बड़ी संख्या में किसानों के साथ बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से किया जाएगा। किसानों ने प्रशासन को चेताते हुए कहा है कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, ठोस कार्रवाई चाहिए। आंदोलन के लिए व्यापक रणनीति बनाई जा रही है।
युवा जिला अध्यक्ष सुल्तानपुर राजपति तिवारी के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया मौके पर मौजूद रहे प्रदेश सचिव उत्तर प्रदेश धीरेंद्र प्रताप सिंह युवा प्रदेश महासचिव संतोष मिश्रा, जिला अध्यक्ष कमलेश वर्मा जिला संगठन मंत्री अशोक विश्वकर्मा, हृदय नारायण पांडे, इदु खान, बिजेंदर धर्मराज, देवता दिन यादव, राम अवध वर्मा,महिला तहसील अध्यक्ष हकीमुल निशा, भारत, धर्मेंद्र, विपिन सिंह शालू, दुर्गावती, गीता,नंदिनी,आशिया आदि बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे