महिला शिक्षामित्र का हुआ असामायिक निधन
शिक्षामित्र संगठन पीड़ित परिवार के साथ–दिनेश चंद्रा
दूबेपुर सुलतानपुर प्रा.वि.अहिमाने में कार्यरत गायत्री सिंह शि. मि.का आकस्मिक निधन हो गया।
सुलतानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स। सरकार की गलत नीतियों के कारण अवसाद के चलते बीमार चल रही थी । बुधवार शाम को जिंदगी की आखिरी जंग लड़ते लड़ते वो हार गई। मृतिका शिक्षा मित्र के नाबालिक दो बेटियां और एक नाबालिक बेटा सहित बुजुर्ग मां-बाप भी अनाथ हो गए ।गायत्री सिंह अपने मां बाप की तीन बहनों मे सबसे बडी़ संतान होने के चलते ससुराल और मायके दोनों की जिम्मेदारी संभाल रही थी। विकास क्षेत्र दूबेपुर अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय अहिमाने में शिक्षामित्र पद पर कार्यरत गायत्री सिंह सरकार की गलत नीतियों के कारण लगातार अवसाद में रहने के चलते बीमार रहने लगी थी। आखिरकार जिंदगी की आखिरी जंग लड़ते-लड़ते 17 जुलाई 2024 दिन बुधवार को सायं को उनका निधन हो गया । गायत्री की प्रथम नियुक्ति 2006 में विकास क्षेत्र पीपी कमैचा में हुई थी । 2014 में सहायक अध्यापक पद पर समायोजन होने के उपरांत इन्होंने विकास क्षेत्र दूबेपुर के प्राथमिक विद्यालय अहिमाने में अपनी जिम्मेदारी संभाली । समायोजन निरस्त होने के बाद भी वे यहीं पर रहकर शिक्षण कार्य करती रही । लेकिन 2024 से वे लगातार अवसाद में रहने लगी । जिसके चलते कल दुनिया को अलविदा कहते हुए शहीद हो गई। अचानक घटित हुई इस घटना से सभी शोक संतृप्त हैं । शिक्षामित्र संगठन ने असमय हुई मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि संगठन अपने साथी के परिवार के सहयोग हेतु हर समय उपलब्ध रहेगा। शिक्षामित्र संगठन के जिलाध्यक्ष दिनेश चन्द्रा महामंत्री प्रदीप यादव संरक्षक के.सी मिश्रा प्रदेश मंत्री राम अवतार वर्मा अखिलेश तिवारी (वरिष्ठ सलाहकार) जंग बहादुर सिंह दिलीप पाण्डेय अवधेश पाण्डेय वेद प्रकाश गुप्ता राजेश कृष्ण वंशी भारत यादव रमाकांत तिवारी भजनलाल गौतम अशोक कनौजिया रवीन्द्र दूबे किरन वर्मा रीना उपाध्याय अमिताभ गौतम अंकित श्रीवास्तव लक्ष्मण सिह पंकज सिंह अभिषेक उपाध्याय जगदीश प्रसाद छोटेलाल सूकन राम भारती जगध्यान यादव बालगोविन्द मौर्य राम करन साहू मन्जू मिश्रा रणजीत सिंह मेवालाल प्रजापति आदि लोगो ने गहरा शोक प्रकट किया है ।