प्रियंका शुक्ला ने फिर लहराया भारतीय पुलिस में अपना परचम
सुलतानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स। उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद की निवासी प्रियंका शुक्ला की प्राथमिक शिक्षा सुल्तानपुर जनपद से ही हुई है इनके माता एवं पिता दोनों सुलतानपुर जनपद में पुलिस विभाग में सिविल पुलिस तथा एल. आई. यू में अपनी सेवा वर्षों तक दे चुके है। माता-पिता से प्रेरित होकर प्रियंका शुक्ला को भी पुलिस में जाने का जज्बा आया जबकि यह बी बी ए और मास्टर डिग्री ऍम बी ए की उच्च शिक्षा लखनऊ यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त कर चुकी हैं उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद भी इनका मैन पुलिस विभाग की सेवा में जाने का ही रहा। इसलिए उन्होंने पुलिस की वर्दी को अपनाया । पिछली बार इण्डिया पुलिस में प्रथम स्थान प्राप्त कर उत्तर -प्रदेश को गोल्ड मैडल लाकर दिया था इंडियन पुलिस को । 2023 में गोल्ड प्राप्त करने के बाद भी ये रुकी नहीं अनवरत कड़ी मेहनत जारी रखी ड्यूटी के साथ-साथ यह अपना अभ्यास भी करती रही साल भर उन्होंने बहुत ही मेहनत करी और इस मेहनत और लगन के बाद ऑल इंडिया पुलिस क्लस्टर पावरलिफ्टिंग में तृतीय स्थान प्राप्त करने का गौरव मिला।इनके पिता चंद्रभान शुक्ला माता शांति शुक्ला और बहन अनुपम शुक्ला जो की वर्तमान में बेसिक शिक्षा परिषद में शिक्षिका है और वो एक उत्कृष्ट खिलाडी भी है बहन से प्रेरित होकर उन्होंने भारतीय पुलिस में गेम को अपना लक्ष्य बनाया और उन्होंने लखनऊ में 17 वर्षों का जैवलिन थ्रो में रिकॉर्ड तोड़ते हुए बड़ी उपलब्धि हासिल की। पावरलिफ्टिंग में भी बस्ती में इन्होंने अपना परचम लहराया था दुनिया की कोई भी बेटी ऐसी नहीं है जो अपने देश का परचम नहीं लहरा सकती है आवश्यकता है खुद पर विश्वास कर कड़ी मेहनत करने का सफलता उसके कदम अवश्य चूमेगी "कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता है एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो " बेटी प्रियंका शुक्ला को भारत देश की ओर से उत्तर प्रदेश की ओर से सभी मंडलों से और खास कर सुल्तानपुर जिले से जहां से ये पली बढ़ी प्रियंका अपनी प्रेरणा स्रोत अपनी बड़ी बहन अनुपम शुक्ला को मानती हैँ अनुपम रानी लक्ष्मी बाई स्पोर्ट कॉलेज ग्वालियर की छात्रा भी रह चुकी है । सुल्तानपुर जनपदवासी प्रियंका को विशेष तौर से उनकी बढ़ती हुई उपलब्धियों पर बधाई दे रहे है।