पृथ्वी पर मां का स्थान सर्वोच्च होता है– बाल व्यास मधुर जी

पृथ्वी पर मां का स्थान सर्वोच्च होता है– बाल व्यास मधुर जी



*पत्रकार संतोष पाण्डेय के ग्रामीण आवास पर प्रारंभ हुई श्रीमद् भागवत कथा*


धनपतगंज सुल्तानपुर।श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ महोत्सव का प्रथम दिन में भागवत माहात्मय की कथा एवं शुकदेव आगमन के अंतर्गत श्रीधाम वृंदावन से पधारे बाल व्यास मधुर जी  ने बताया कि जो व्यक्ति इस संसार में आकर श्री मद भागवत कथा के श्रवण से वंचित हैं उनके बारे में देवता स्वर्ग में चर्चा करते है। जो भागवत देवताओ को दुर्लभ है वो कथा हम संसारी सुनने को तैयार नही। ऐसे प्राणी संसार में पृथ्वी के लिए भार स्वरूप है और इनका जन्म अपनी मां को प्रसव पीड़ा देने के लिए हुआ है। जिस कथा के श्रवण मात्र से बांस की गांठें फट सकती है। जो की जड़ है, तो उस कथा हृदयगत कल्मषों की गांठ कैसे नहीं फट सकती। भागवत कथा से संसार का कल्याण होता है । स्वयं भगवान श्रीकृष्ण की वाडमयी मूर्ति है भागव ॥ तेनेयं वाङ‌ मर्या मूर्तिः प्रत्यक्षा वर्तते हरिः ।। श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के अंतर्गत प्रथम दिवस की कथा में क्षेत्रीय लोगों द्वारा पूज्य बाल व्यास मधुर जी महराज के द्वारा अमृत वाणी से कथा का श्रवण किया गया। विदित हो कि ब्लॉक धनपतगंज के ग्राम सभा बड़नपुर के ग्राम पूरे पंडित आचार्य में पूर्व प्राचार्य पंडित जगदेव प्रसाद पाण्डेय शास्त्री के ग्रामीण आवास पर श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया गया है। कथा 12 नवंबर से 18 नवंबर तक श्रवण की जाएगी, 19 को हवन और 20 नवंबर को महाप्रसाद का आयोजन किया गया है। समस्त जानकारी संतोष पाण्डेय पत्रकार द्वारा दी गई।

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