मथुरा के विकास का आया समय पद्मभूषण साध्वी ऋतम्भरा ने कहा
सुल्तानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स। सनातन जागृति का प्रतीक है सफल कुंभ सुल्तानपुर पद्मभूषण से सम्मानित साध्वी ऋतम्भरा का पहला सार्वजनिक अभिनंदन समारोह सुल्तानपुर में आयोजित किया गया। केआर इंटरनेशनल स्कूल में चल रही त्रिदिवसीय रामकथा के दूसरे दिन उन्होंने कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। साध्वी ऋतम्भरा ने कहा कि मन और कल्पनाओं में उलझे लोगों को विजय प्राप्त नहीं हो सकती। उन्होंने शिव महिमा का वर्णन किया और भजन प्रस्तुत किए। अयोध्या में निर्मित श्री राम मंदिर पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने राम के चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राम बनना मुश्किल है, लेकिन उनके गुण अपनाना आसान है। उन्होंने बताया कि जगदीश्वर के बिना संसार कड़वा और विषैला है, जबकि उनके साथ यह रसमय हो जाता है। साध्वी ऋतम्भरा का जीवन समर्पण मूल्यवान समाज की स्थापना के लिए है। वे प्राचीन भारतीय विरासत और संस्कृति के संरक्षण के लिए कार्यरत हैं। उन्होंने आध्यात्मिक विकास के लिए संस्कार वाटिका और शारीरिक-मानसिक प्रशिक्षण के लिए क्रीड़ागन की अवधारणा दी है। वे गोद ली गई कन्याओं के विवाह का आयोजन भी करती हैं। उनका संकल्प है कि समाज से उपेक्षित बेटियों को मुख्यधारा से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए। कार्यक्रम में महामंडलेश्वर साध्वी सत्यप्रिया ने दीदी मां के कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। बड़ी संख्या में श्रोताओं ने कथा का श्रवण किया। इस मौके पर विद्यालय के संस्थापक के आर राय एवं डायरेक्टर डॉ जितेंद्र शुक्ल ने दीदी मां का माल्यार्पण किया इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ पूजा शुक्ला ,बीना राय,उपप्रधानाचार्य सुनील मिश्र मंत्री संजय निषाद,क्षेत्रीय विधायक राजबाबू उपाध्याय उपस्थित रहे।