श्री दिवाकर चौधरी जी के सेवानिवृत्ति पर राजकीय इंटर कॉलेज, सुल्तानपुर में भव्य विदाई समारोह
सुल्तानपुर, 29 मार्च 2025 – राजकीय इंटर कॉलेज, सुल्तानपुर में आज सहायक अध्यापक (कृषि) श्री दिवाकर चौधरी जी के सेवानिवृत्ति के अवसर पर एक भावभीनी विदाई का आयोजन किया गया। विद्यालय परिवार, शिक्षकगण, शिक्षकेतर कर्मचारी ने उन्हें सम्मानित करते हुए उनकी विदाई को यादगार बना दिया। 36 वर्षों की सेवा को किया गया सम्मानित श्री दिवाकर चौधरी जी ने शिक्षा के क्षेत्र में 36 वर्षों तक अनुकरणीय सेवा प्रदान की। इस दौरान उन्होंने न केवल विद्यार्थियों के बौद्धिक और नैतिक विकास में योगदान दिया, बल्कि शिक्षकों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बने। उनकी शिक्षण शैली, अनुशासन और ज्ञान ने विद्यालय को एक सशक्त शैक्षणिक वातावरण प्रदान किया। प्रधानाचार्य डॉ. मनोज कुमार तिवारी ने अपने संबोधन में कहा, "श्री दिवाकर चौधरी जी जैसे समर्पित शिक्षक किसी भी संस्था की धरोहर होते हैं। उन्होंने अपने कर्तव्य का निर्वहन पूरी निष्ठा और लगन से किया। उनका योगदान सदैव याद रखा जाएगा।" कार्यक्रम के भावुक पल विद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों ने श्री चौधरी जी के साथ बिताए पलों को साझा किया, जिससे माहौल भावुक हो गया। इस अवसर पर विद्यालय परिवार की ओर से उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। सभी शिक्षकों ने मिलकर श्री चौधरी जी के स्वस्थ, समृद्ध और खुशहाल भविष्य की कामना की।उपस्थित शिक्षकगण: इस भव्य कार्यक्रम में डॉ. मनोज कुमार तिवारी, श्री राम साहब यादव, श्री अच्छे लाल, श्री गायत्री प्रसाद तिवारी, डॉ. पंकज कुमार सिंह, श्री कमलेश कुमार, श्री राम सजीवन, श्री अमरनाथ, श्री राम मूर्ति मादय, श्री रामेश्वर प्रसाद यादव, श्री लाल मणि दुबे, श्रीमती अनुपम भारती, श्रीमती ममता सिंह, श्रीमती आरती सिंह, श्री संजय कुमार, श्रीमती सरिता वर्मा, श्रीमती स्वाति, श्री जय प्रकाश यादव, श्री राघवेन्द्र पाण्डेय, श्री पंकज कुमार, श्री संजय कुमार सिंह, श्री अखिलेश कुमार, श्री शरद कुमार, श्री राजीव सिंह, श्री ओम प्रकाश सरोज, श्री शिव प्रताप सिंह, श्री अरुण तिवारी, श्री देवेन्द्र कुमार, श्री बेद प्रकाश, श्री राजश, श्रीमती मेढ़ा देवी, श्री हरीश एवं अन्य सम्मानित विद्वान गण उपस्थित रहे। शिक्षा क्षेत्र में अमिट योगदान श्री चौधरी जी की विदाई केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि उनके योगदान को सम्मानित करने का अवसर था। उनकी शिक्षाएँ, मार्गदर्शन और प्रेरणा आने वाली पीढ़ियों के लिए सदैव अमर रहेंगी। विद्यालय परिवार ने इस अवसर पर "शिक्षक का ज्ञान और मार्गदर्शन सदा अमर रहता है।" वाक्य के साथ कार्यक्रम का समापन किया।