मोची से उद्यमी बने रामचेत: राहुल गांधी ने सुधीर चमार के साथ शेयर की फोटो, फ्लाइट से पहुंचे मुंबई

मोची से उद्यमी बने रामचेत: राहुल गांधी ने सुधीर चमार के साथ शेयर की फोटो, फ्लाइट से पहुंचे मुंबई


सुल्तानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स रामचेत मोची की राहुल गांधी से भेंट क्या हुई उनके भाग्य का पिटारा खुल गया है। पिछले वर्ष राहुल गांधी ने उन्हें मशीन गिफ्ट की, फिर इसी वर्ष फ़रवरी माह में राहुल ने उन्हें दिल्ली स्थित दस जनपथ में बुलाया। जहा उन्होंने अपनी हाथ की बनी चप्पल सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को गिफ्ट किया। अब राहुल गांधी ने उन्हें मुंबई बुलाया और चमड़ा कारोबारी सुधीर कुमार चमार से मिलवाया। ये फोटो राहुल गांधी ने X पर शेयर की है। मुंबई से लौटने के बाद रामचेत अब बाबूगंज स्थित अपनी दुकान पर पहुंच चुके हैं। एक छोटे से मोची से सफल उद्यमी बनने की यात्रा तय कर चुके रामचेत की कहानी प्रेरणादायक है। राहुल गांधी की मदद से उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आया। पहली बार हवाई यात्रा कर वे दिल्ली पहुंचे, जहां उन्हें सुधीर कुमार चमार के चमड़े के व्यवसाय को देखने का मौका मिला। सुधीर कुमार का व्यवसाय विदेशों तक फैला हुआ है। उनके यहां नए-नए डिजाइन के बैग और सैंडल बनाए जाते हैं। कुछ उत्पाद लकड़ी के हैं तो कुछ रबड़ के। रामचेत ने वहां अपनी कुशलता का प्रदर्शन किया। उन्होंने मशीन चलाकर पर्स बनाने का प्रदर्शन किया और कई प्रकार की डिजाइन बनाईं। सुधीर कुमार ने उनके काम की सराहना की और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। रामचेत अब अपने बेटे को भी यह व्यवसाय सिखा रहे हैं। वे अपने ब्रांड 'रामचेत मोची' को स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। राहुल गांधी के प्रति उनका सम्मान है क्योंकि उन्होंने उनकी छोटी सी दुकान पर बैठकर उनकी मदद की। आज रामचेत ने अपना कारोबार विस्तार कर लिया है। उन्होंने किराए की जगह पर मशीन लगाई है, जहां वे जूते बनाते हैं। उनके पास 2-3 कारीगर काम करते हैं। उनका बेटा भी रोज 2-3 घंटे काम सीखता है। पहले जहां वे मरम्मत से 100-150 रुपये कमाते थे, आज उनकी आमदनी हजारों में है। उनकी सफलता की कहानी छोटे व्यवसायियों के लिए प्रेरणास्रोत है।

Post a Comment

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

Previous Post Next Post