वतन सेवतन से मोहब्बत है ईमान की पहचान :- वरिष्ठ अधिवक्ता एम.एच खान गौरी मोहब्बत है ईमान की पहचान :- वरिष्ठ अधिवक्ता एम.एच खान गौरी सुल्तानपुर शहर के मेजरगंज में स्थित स्पायसी गार्डेन रेस्टोरेंट में आज अल्पसंख्यक अधिवक्ता कल्याण ट्रस्ट के बैनर तले पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए शहीदों एवं भारत द्वारा पाकिस्तान को दिए जा रहें मुंह तोड़ जवाब के संबंध में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमे पाकिस्तान के खिलाफ हो रहें युद्ध एवं पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कड़ा विरोध जाहिर किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ट्रस्ट के संस्थापक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता एम. एच खान गौरी ने कहा कि पहलगाम में आतंकीयों द्वारा जिस तरह कायराना हमला कर बेगुनाह पर्यटको का नाहक खून बहाया गया। वह नाकाबिले बर्दाश्त है।इसका हम और हमारी कमेटी पुरजोर मज़म्मत करती है।भारत द्वारा पाकिस्तान को दिए जा रहें मुंह तोड़ जवाब का हम समर्थन करते है। अगर जरुरत पड़ती है तो हम बॉडर पर जाकर आर-पार की लड़ाई लड़ने में भी पीछे नहीं रहेंगे क्योंकि हमारे नबी ए करीम स.अ.व ने इरशाद फ़रमाया है कि "वतन से मोहब्बत ही ईमान की पहचान है" जिसको वतन से मोहब्बत होगी वह इस कायराना आतंकी हमले के विरोध में खड़ा होगा न कि दहशतगार्दो के साथ होगा। उक्त कार्यक्रम में शकील अहमद,अधिवक्ता मो. फारूक, अधिवक्ता सै. जहीर जैदी,अधिवक्ता अजीजुज रहमान,अधिवक्ता अब्दुल मोमिन,अधिवक्ता मो. हारून, अधिवक्ता इसतियाक अहमद, अधिवक्ता मोहर्रम अली आदि मौजूद रहें। सब ने एक सुर में पाकिस्तान के खिलाफ हो रहें युद्ध में वक्त आने पर हर तरह से हिस्सा लेने की बात कही। साथ ही पाकिस्तान मुर्दाबाद और भारत जिंदाबाद का नारा भी बुलंद किया।कार्यक्रम में कुछ अहम बिंदुओं पर भी चर्चा की गई। जिसमे अधिवक्ताओं ने ट्रस्ट से सम्बंधित कुछ पहलुओं पर विचार -विमर्श किया गया।

 वतन से मोहब्बत है ईमान की पहचान :- वरिष्ठ अधिवक्ता एम.एच खान गौरी





सुल्तानपुर शहर के मेजरगंज में स्थित स्पायसी गार्डेन रेस्टोरेंट में आज अल्पसंख्यक अधिवक्ता कल्याण ट्रस्ट के बैनर तले पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए शहीदों एवं भारत द्वारा पाकिस्तान को दिए जा रहें मुंह तोड़ जवाब के संबंध में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमे पाकिस्तान के खिलाफ हो रहें युद्ध एवं पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कड़ा विरोध जाहिर किया गया।



कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ट्रस्ट के संस्थापक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता एम. एच खान गौरी ने कहा कि पहलगाम में आतंकीयों द्वारा जिस तरह कायराना हमला कर बेगुनाह पर्यटको का नाहक खून बहाया गया। वह नाकाबिले बर्दाश्त है।इसका हम और हमारी कमेटी पुरजोर मज़म्मत करती है।भारत द्वारा पाकिस्तान को दिए जा रहें मुंह तोड़ जवाब का हम समर्थन करते है। अगर जरुरत पड़ती है तो हम बॉडर पर जाकर आर-पार की लड़ाई लड़ने में भी पीछे नहीं रहेंगे क्योंकि हमारे नबी ए करीम स.अ.व ने इरशाद फ़रमाया है कि "वतन से मोहब्बत ही ईमान की पहचान है" जिसको वतन से मोहब्बत होगी वह इस कायराना आतंकी हमले के विरोध में खड़ा होगा न कि दहशतगार्दो के साथ होगा।




उक्त कार्यक्रम में शकील अहमद,अधिवक्ता मो. फारूक, अधिवक्ता सै. जहीर जैदी,अधिवक्ता अजीजुज रहमान,अधिवक्ता अब्दुल मोमिन,अधिवक्ता मो. हारून, अधिवक्ता इसतियाक अहमद, अधिवक्ता मोहर्रम अली आदि मौजूद रहें। सब ने एक सुर में पाकिस्तान के खिलाफ हो रहें युद्ध में वक्त आने पर हर तरह से हिस्सा लेने की बात कही। साथ ही पाकिस्तान मुर्दाबाद और भारत जिंदाबाद का नारा भी बुलंद किया।कार्यक्रम में कुछ अहम बिंदुओं पर भी चर्चा की गई। जिसमे अधिवक्ताओं ने ट्रस्ट से सम्बंधित कुछ पहलुओं पर विचार -विमर्श किया गया।

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