राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न,
जिलाधिकारी ने वादों के समयबद्ध निस्तारण के दिए सख्त निर्देश
सुलतानपुर, 22 मई: जिलाधिकारी कुमार हर्ष की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व कार्यों की गहन समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिले के सभी एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार मौजूद रहे। बैठक का उद्देश्य विभिन्न राजस्व धाराओं एवं योजनाओं के अंतर्गत लंबित वादों की समीक्षा और उनके त्वरित निस्तारण की दिशा में ठोस रणनीति बनाना था।
समीक्षा के दौरान धारा-24, 34, 67, 116, निर्विवाद उत्तराधिकार, खतौनी अंश निर्धारण, स्वामित्व योजना, दैवीय आपदा और मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना से संबंधित वादों की स्थिति पर चर्चा हुई।
धारा-24 के अंतर्गत 1 से 20 मई तक 367 वादों में से 295 वादों का निस्तारण हुआ। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि शेष वादों का प्राथमिकता से समाधान किया जाए। धारा-34 के तहत सभी तहसीलों में 7460 वाद लंबित हैं, जिनमें मई माह में 4200 मामलों के निस्तारण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब तक 1652 मामलों का निपटारा हो चुका है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि माह के अंत तक लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाएगा।
धारा-67 के अंतर्गत निर्धारित 500 वादों में मात्र 40 मामलों का निस्तारण होना जिलाधिकारी ने असंतोषजनक बताया और सभी तहसीलदारों को सख्त निर्देश दिए कि आगामी बैठक से पहले इस दिशा में ठोस प्रगति दिखाई देनी चाहिए।
अन्य धाराओं और योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सभी कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरे किए जाएं, ताकि जनपद की प्रशासनिक रैंकिंग में सुधार हो सके। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगली समीक्षा बैठक में उन्हीं अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित होगी, जिन्होंने लक्ष्य के अनुरूप कार्य किया हो।
जिलाधिकारी के सख्त रुख से स्पष्ट है कि अब राजस्व कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जनता को समय से न्याय दिलाने की दिशा में प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है।