सृजन कार्यशाला का तीसरा दिन, लोक संस्कृति को समर्पित
उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान, लखनऊ एवं गंधर्व संगीत समिति, सुल्तानपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय लोक गायन कार्यशाला “सृजन” के तीसरे दिन सोमवार को शास्त्री नगर स्थित समिति परिसर में कार्यक्रम सांस्कृतिक गरिमा के साथ आयोजित हुआ। शुभारंभ संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी ने दीप प्रज्वलन और माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। इसके पश्चात बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। प्रशिक्षण सत्र में डॉ. राकेश्वर मालवीय ने पारंपरिक लोक गीत “कृष्ण जन्म बधावा” का गायन शैली, ताल-लय एवं भावाभिव्यक्ति के साथ प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला का सफल संचालन रेनू अग्रवाल ने किया।
कार्यक्रम का संचालन रामेश्वर मालवीय व डॉ. श्रद्धा मालवीय के मार्गदर्शन में हुआ। दोनों ने लोक संस्कृति के संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए बच्चों को परंपराओं से जोड़ने की सराहनीय पहल बताई।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अभिभावकों व गणमान्य अतिथियों ने कार्यशाला की प्रशंसा करते हुए कहा कि “सृजन” बच्चों के आत्मविश्वास एवं सांस्कृतिक विकास का मजबूत आधार बन रहा है।