इसौली विधायक ने सत्र में रखी अपनी मांग
विधायक ताहिर खान ने निजी विश्वविद्यालय के प्रस्ताव का किया विरोध
विधायक ने इसौली में विश्वविद्यालय के स्थापना की मांग की
सुलतानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स। विधानसभा सत्र में इसौली विधायक मोहम्मद ताहिर खान ने निजी विश्वविद्यालय की बढ़ोतरी पर अपनी ओजपूर्ण वाणी से उसका विरोध किया । विधायक इसौली ने कहा कि निजीकरण का बढ़ावा सिर्फ पूंजीपतियों को ही लाभ देता है । इनकी संख्या मात्र 10 प्रतिशत ही है जबकि 90 प्रतिशत लोग मेहनत मजदूरी करने वाले होते हैं। उनके बच्चे इन निजी विश्वविद्यालय में फीस जमा कर पाने में सक्षम नहीं होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि मेरा सरकार से गुजारिश है कि दिल को बड़ा करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के खजाने को खोला जाए और जनपद सुल्तानपुर में विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए । विश्वविद्यालय की स्थापना से समाज के हर वर्ग को समुचित लाभ मिलेगा । गरीब के भी बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे और अपने देश का नाम रोशन कर सकेंगे।विधायक इसौली ने अपनी विधान सभा इसौली के लिए विश्व विद्यालय की मांग की और संपूर्ण सुल्तानपुर के चहुमुखी विकास की बात कही।उन्होंने शिकायती लहजे में अपने हृदय की बात को व्यक्त करते हुए कहा कि मेरे विधानसभा इसौली की बात को छोड़ दीजिए मैं यह प्रश्न पूछता हूं कि जनपद सुल्तानपुर को इस बीजेपी सरकार में 7.5 वर्ष में क्या दिया गया है । बातें मध्यांचल की की जाती हैं लेकिन जनपद सुल्तानपुर को कुछ भी नहीं दिया गया है। उन्होंने सर सैयद अहमद खान मदन मोहन मालवीय जैसे व्यक्तियों का जिक्र करते हुए कहा कि अपने दिल को उन लोगों की तरह विशाल बनाइए और उत्तर प्रदेश के जनपद सुल्तानपुर के विकास के लिए अपना विशेष योगदान दीजिए। उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ पूंजीपतियों के ही हाथ में रहेगा तो आरक्षण का पालन कहां होगा, कमजोर वंचित वर्ग के बच्चे कहां जाएंगे और जिस भारत देश की कल्पना हमारे देश की महान विभूतियों ने किया था, वह कैसे साकार हो पाएगा। इसके लिए आवश्यक है कि समाज के सबसे निचले व्यक्ति के बारे में सोचते हुए कार्य किए जाय।मो. ताहिर खान ने सरकार से सकारात्मक सोच के साथ काम करने की बात पर जोर दिया और कमजोर वर्ग के हित की बात कही।