लैंगिक असमानता विकासित राष्ट्र के मार्ग मे बाधक :-प्रो आलोक कुमार सिंह

लैंगिक असमानता विकासित राष्ट्र के मार्ग मे बाधक :-प्रो आलोक कुमार सिंह


सुलतानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स   केएनआईपीएसएस के समाजशास्त्र विभाग द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में दिन शुक्रवार को जागरूकता रैली  का आयोजन किया गया | इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए संस्थान के प्राचार्य  प्रोफेसर आलोक कुमार सिंह ने कहा कि लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए भारत के माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा 2015 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मिशन की शुरुआत की । परिणाम यह  हुआ कि बेटियां हर क्षेत्र में  राष्ट्र के सर्वांगीण  विकास में अपनी भूमिका निभा रही हैं| इनका पीछे रह जाना 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र बनने के सपने को पूर्ण करने में असफलता का घोतक होगा । हम बेटे व बेटियों दोनों को सर्वांगीण विकास का मौका दें । इस मौके पर  संस्थान के उप प्राचार्य प्रोफेसर राधेश्याम सिंह ने कहा कि आज नई पीढ़ी यद्यपि ऊंच-नीच छुआछूत और लैंगिक असमानता जैसे विचारों को नहीं मानती लेकिन फिर भी अभी समाज को इस भेदभाव को समाप्त करने हेतु लंबी दूरी तय करनी है जिसकी जिम्मेदारी देश की युवा पीढ़ी के कंधों पर है । आई क्यू ए सी निदेशक प्रोफेसर प्रवीण कुमार सिंह ने समाजशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम को समाज के साथ-साथ छात्र छात्राओं का समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियां और कर्तव्य निर्माण हेतु महत्वपूर्ण बताया | समाजशास्त्र विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ कुलदीपक पांडे नें इस अवसर पर कहा कि हमारे वेदों में भी इस बात की व्याख्या है कि  बेटियां तो दो कुलो को तारने का कार्य करती है| इस प्रकार से  बेटियां पुरातन काल से ही हमारे लिए पूज्य रही है |हमारे यहां तो लोकमत है कि, यत्र नारी पूज्यंते रमंते तत्र देवता | इस जागरूकता रैली मे डॉ नीतू सिंह डॉक्टर नीरज सिंह व डॉ विजय पाण्डेय आदि प्राध्यापकों एवं शालिनी दुबे संध्या पांडे कमरुद्दीन शिखावर्मा फरहीन व आदर्श के साथ-साथ स्नातक और परास्नातक  के सैकड़ो विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया |

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