कमला नेहरू संस्थान के अंग्रेजी विभाग द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ
न्यू गीतांजलि टाइम्स सुल्तानपुर। कमला नेहरू संस्थान के अंग्रेजी विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में दिन मंगलवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारम्भ हुआ। सोसाइटी जेन्डर एवं डिसएबैलिटी : थियरी एण्ड प्रैक्टिस विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी का शुभारम्भ संस्थान प्राचार्य प्रो.आलोक कुमार सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संगोष्ठी बौद्धिक और वैचारिक होने का एक सार्थक उपक्रम है। सुखद है कि इस दिशा में संस्थान के विभिन्न विभागों के साथ साथ अंग्रेजी विभाग क्रियाशील है। अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रो.वी.पी.सिंह ने इस अवसर पर कहा कि सामाजिक विकास की अवधारणा को मजबूत करने हेतु स्त्री एवं दिव्यांग समाज के बहुआयामी सशक्तिकरण के बिना संभव नहीं होगा। संगोष्ठी के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रयागराज प्रो.के.जी.श्रीवास्तव ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह समय अस्मितामूलक विमर्शों का समय है। यह समय अस्तित्व, अस्मिता और अधिकार के लिए लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष करने का और विखण्डनात्मक सोच के प्रतिरोध का समय है। लैंगिक भेद और लैंगिक विकृति का रचनात्मक प्रतिरोध करता है स्त्री और दिव्यांग विमर्श। प्रो.नलिनी श्याम कामिल विशिष्ट अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ बनारस ने अपने सम्बोधन में कहा कि साहित्य सामयिक परिस्थितियों की देन है। यह अपने समय की सामाजिक समस्याओं का उत्खनन करता है। संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में कई विद्वानों व शोधकर्ताओं ने विषय आधारित शोध पत्र प्रस्तुत किए। इस सत्र नें डा.अभिषेक तिवारी श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली ने कहा कि भारतीय गणतंत्र भारतीय नागरिकों की स्वस्थ्य स्थिति से ही मजबूत होगा। इस दिशा में अंग्रेजी साहित्य की महती भूमिका है। डा.विनोद कुमार पाण्डेय नागरिक पी.जी.कालेज जंघई उ.प्र. ने अपने सम्बोधन में कहा कि सशक्त और आत्मनिर्भर भारत की यह यात्रा स्त्री और दिव्यांग समाज के बगैर अधूरी है। संगोष्ठी में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश राजस्थान तथा दिल्ली से अनेकों प्रतिभागियों ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित करके संगोष्ठी को सार्थकता प्रदान किया। आज इस सत्र के अंत में आभार ज्ञापन संगोष्ठी के आयोजन सचिव डा.राजकुमार मिश्रा ने किया। इन्होंने बताया कि आगामी सत्र व संगोष्ठी का समापन समीक्षा सत्र के साथ होगा। इस अवसर प्रो.वी.पी.सिंह प्रो.राधेश्याम सिंह प्रो.सुनीता राय प्रो.प्रवीण कुमार सिंह प्रो.अनुराग पाण्डेय आयोजन सचिव डा.राजकुमार मिश्रा तथा सदस्य आयोजन समिति डा.पवन कुमार रावत डा.कुलदीपक पाण्डेय तथा शोध छात्र शिवम ज्योति प्रियंका मनोज सुनील अक्षय आदि छात्र उपस्थित रहे।