सुल्तानपुर की दूसरी 113 वर्ष पुरानी परऊपुर रामलीला का हों रहा भव्य मंचन
रामायण के श्रीराम अरुण गोविल से कम नहीं है इस गाँव के श्रीराम की लोकप्रियता
सुल्तानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स। यूँ तो रामलीला के मंचन की शुरुवात 16वीं शताब्दी में गोस्वामी तुलसीदास कृत अवधी भाषा के श्रीरामचरित मानस के साथ प्रारम्भ हों गया था उनके मित्र मेघाभगत ने रामलीला का 1625 ई.में मंचन किया था। लेकिन प्रभु श्रीराम के पुत्र भगवान कुश की नगरी कुशभवनपुर सुलतानपुर के दूबेपुर ब्लॉक के परऊपुर गाँव में वर्ष 1911 ई. से प्रभु श्रीराम के जीवन की रामलीला होती आ रहीं है जहां पर गंगा जमुनी तहजीब और गाँव वालों की आस्था का आपको प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिलेगा। इतना हीं नहीं अंग्रेजों के समय से हीं इस गाँव की रामलीला को बाक़ायदा स्थान एवं महत्व दिया गया है सुलतानपुर जनपद के गजेटियर में इस गाँव के दशहरे का समय भी निश्चित है साथ हीं उल्लेख है। 6 से 13 अक्टूबर तक हो रहा है भव्य रामलीला का मंचन 6 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक दूबेपुर ब्लॉक के ग्राम सभा परऊपुर में सन 1911 से रामलीला मंचन किया जा रहा है। पिछले 53 वर्षों से जिम्मेदारी उठा रहा गांव का यह परिवार सन् 1971 से अनिल कुमार श्रीवास्तव, जितेंद्र प्रकाश श्रीवास्तव( रमन वकील) तथा स्व• अंजनी वीर श्रीवास्तव द्वारा शुरू किया गया था। वर्तमान में इसका आयोजन अनिल कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया जा रहा है। कचनावा गाँव की चौथी पीढ़ी 113 वर्षों से निभा रही भगवान श्रीराम लक्ष्मण माता सीता का किरदार,रामानंद सागर कृत रामायण के अरुण गोविल से कम नहीं है इनकी लोकप्रियता इस रामलीला में राम की भूमिका निभाने वाले अजय तिवारी माता सीता की भूमिका में शिवांक तिवारी और लक्ष्मण की भूमिका निखिल तिवारी दूबेपुर ब्लॉक के कचनावा ग्राम के द्वारा किया जाता है। इस परिवार ने हीं 1911 ई. में परऊपुर की रामलीला में भगवान श्रीराम लक्ष्मण एवं माता सीता का किरदार निभाना शुरू किया था जो आज तक किया जा रहा है। वरिष्ठ कलाकार के रूप में प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, दशरथ जनक व सुग्रीव की भूमिका निभाने वाले सुदीप्त श्रीवास्तव, मुनि विश्वामित्र मारीच और बाणासुर की भूमिका निभाने वाले पीयूष श्रीवास्तव, रावण व परशुराम की भूमिका निभाने वाले रुद्रांश श्रीवास्तव वा हनुमान की भूमिका निभाने वाले आशुतोष किशोर(तनू), मुनि वा देवता की भूमिका निभाने वाले रोशन श्रीवास्तव, बंदीजन सुतीक्ष्ण वा अंगद की भूमिका निभाने वाले रजनीश श्रीवास्तव, अगस्त मुनि संपति जटायु तथा मंच का संचालन संदीप श्रीवास्तव( मुन्ना एडवोकेट) के द्वारा किया जाता है।व्यास का कार्य संजय श्रीवास्तव द्वारा किया जाता है। इस रामलीला में स्थानीय कलाकार की भूमिका में प्रसून , अंशुल, दिव्यांशु, शिवांशु, अनुज श्रीवास्तव, मानस, पंडित राम विशाल मिश्रा,नितिन श्रीवास्तव,रोहित,गौरव श्रीवास्तव (सन्नी), लल्लू यादव, राम बहादुर यादव, निलेश रावत,अनिमेष(आशी), सौरभ(लालू),शुभम, यमुनेश श्रीवास्तव द्वारा बाकी पात्रों का मंचन और रामलीला के अन्य कार्य को किया जाता है।इस रामलीला में साज सज्जा की पूरी व्यवस्था हृदय कुमार श्रीवास्तव( शौकीन) के द्वारा किया गया है।