आर्यभट्ट उपग्रह की स्वर्ण जयंती पर राजकीय इंटर कॉलेज सुल्तानपुर में विशेष कार्यक्रम आयोजित
सुल्तानपुर, न्यू गीतांजलि टाइम्स। 19 अप्रैल 2025 — भारत के प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट के प्रक्षेपण की 50वीं वर्षगांठ (स्वर्ण जयंती) के उपलक्ष्य में राजकीय इंटर कॉलेज सुल्तानपुर में एक शैक्षिक एवं प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय में भारत के महान गणितज्ञ एवं खगोलविद आर्यभट्ट तथा उनके नाम पर प्रक्षिप्त भारत के पहले कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट से संबंधित जानकारी छात्रों को दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत भौतिकी प्रवक्ता श्री गायत्री प्रसाद तिवारी एवं डॉ. पंकज कुमार सिंह के उद्बोधन से हुई। दोनों वक्ताओं ने उपग्रह आर्यभट्ट के ऐतिहासिक महत्व, वैज्ञानिक विशेषताओं एवं भारत की अंतरिक्ष यात्रा में इसके योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी बताया कि 19 अप्रैल 1975 को सोवियत संघ की सहायता से भारत ने अपने पहले उपग्रह आर्यभट्ट को अंतरिक्ष में भेजकर एक नया इतिहास रचा था। छात्रों के ज्ञानवर्धन हेतु स्मार्ट पैनल के माध्यम से आर्यभट्ट उपग्रह से संबंधित एक प्रेरणादायक वीडियो भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें उपग्रह के निर्माण, प्रक्षेपण एवं उपयोग की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया गया। छात्रों ने इस प्रस्तुति में विशेष रुचि दिखाई और जिज्ञासापूर्वक प्रश्न भी पूछे। विद्यालय के इस प्रयास ने छात्रों में विज्ञान एवं अंतरिक्ष के प्रति उत्सुकता एवं गर्व की भावना को जाग्रत किया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों से जोड़ना एवं उन्हें भविष्य में शोध और नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना था। डॉ मनोज कुमार तिवारी प्रधानाचार्य राजकीय इण्टर कॉलेज सुल्तानपुर